दुर्ग। स्कूल शिक्षा विभाग में प्राचार्य, व्याख्याता और प्रधानपाठक जैसे उच्च पदों पर व्यापक स्तर पर पदोन्नति किए जाने के बाद भी लिपिक वर्गीय कर्मचारियों की पदोन्नति वर्षों से लंबित है, जिसके कारण लिपिक संवर्ग में गहरा असंतोष व्याप्त है। संयुक्त संचालक शिक्षा, संभाग दुर्ग कार्यालय में वरिष्ठ लेखा परीक्षक एवं सहायक ग्रेड-1 के पद पिछले कई वर्षों से रिक्त हैं। इसके बावजूद इन पदों पर पदोन्नति की कार्रवाई अभी तक प्रारंभ नहीं की गई है, जबकि संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़ द्वारा पत्र क्रमांक स्था-04-ई/विविध/दुर्ग/2024/672, नवा रायपुर, दिनांक 31/12/2024 के माध्यम से स्पष्ट निर्देश जारी किए जा चुके हैं। निर्देश होने के बावजूद कार्रवाई न होने से लिपिक वर्गीय कर्मचारियों में भारी नाराजगी है। कर्मचारियों का कहना है कि विभाग में अन्य संवर्गों की तुलना में लिपिकों के साथ भेदभाव जैसा व्यवहार दिखाई दे रहा है।
इसी संबंध में छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ, जिला शाखा दुर्ग के अध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन मीडिया प्रभारी (दुर्ग) भानुप्रताप यादव द्वारा कलेक्टर दुर्ग को पत्र प्रेषित कर तत्काल पदोन्नति प्रक्रिया प्रारंभ करने की मांग की गई है। कर्मचारियों का स्पष्ट कहना है कि वर्षों से लंबित इस मुद्दे पर जल्द कदम उठाया गया तो न केवल न्याय होगा बल्कि विभागीय कार्यप्रणाली में भी पारदर्शिता और संतुलन स्थापित होगा।