पाटन। संविधान दिवस के अवसर पर ग्राम पंचायत औंसर डिघारी में सरपंच प्रियालता महिपाल द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देने की अनूठी पहल की गई। पंचायत परिसर में स्वामी आत्मानंद वाचनालय में ‘बुक बैंक’ की शुरुआत की गई, जिसमें 400 से अधिक किताबें जनसहयोग से एकत्र की गई हैं। इन पुस्तकों का कुल मूल्य 40,000 रुपये से अधिक है।कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. भीमराव अंबेडकर के तैल चित्र पर माल्यार्पण व संविधान की प्रस्तावना वाचन के साथ की गई।बुक बैंक में युवाओं और विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं, जिनमें शामिल हैं,नवोदय, राष्ट्रीय छात्रवृत्ति परीक्षा, एकलव्य, SSC, रेलवे, पुलिस, आर्मी, अग्निवीर, पटवारी, शिक्षक भर्ती से लेकर CGPSC व UPSC स्तर तक की पुस्तकें।
पंचायत में पढ़ने की सुविधा के साथ-साथ ग्रामीणजन पुस्तकें घर ले जाकर भी अध्ययन कर सकेंगे। सरपंच प्रियालता महिपाल ने बताया कि आने वाले समय में बुक बैंक को और विकसित किया जाएगा और पुस्तक दान करने वालों का पंचायत की ओर से सम्मान भी किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं, सक्रिय महिलाएं, पशु सखी, भोजन माताओं का सम्मान भी किया गया। सरपंच ने सभी के सामाजिक योगदान को नमन करते हुए उनके कार्य की सराहना की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि कल्पना साहू, सभापति जिला पंचायत दुर्ग, ने सरपंच की इस पहल को ग्रामीण शिक्षा के लिए एक प्रेरणादायक कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस बुक बैंक से गाँव में पढ़ाई का सकारात्मक माहौल तैयार होगा।कार्यक्रम में नारद साहू, भूपेश निर्मलकर, सुरेश वर्मा, गजेंद्र भारती, प्रकाश भास्कर, शशि वर्मा सचिव, भूषण वर्मा रोजगार सहायक, सहित बड़ी संख्या में पंचगण व ग्रामीणजन उपस्थित रहे।