IAS संतोष वर्मा के विवादित बयान पर दुर्ग में ब्राह्मण समाज में उबाल, FIR और सख्त कार्रवाई की मांग; अधिकारी को दुर्ग लाने वालों के लिए ₹1 लाख के इनाम का ऐलान

IAS संतोष वर्मा के विवादित बयान पर दुर्ग में ब्राह्मण समाज में उबाल, FIR और सख्त कार्रवाई की मांग; अधिकारी को दुर्ग लाने वालों के लिए ₹1 लाख के इनाम का ऐलान

दुर्ग। मध्यप्रदेश के आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज को लेकर दिए गए आपत्तिजनक और विवादित बयान पर छत्तीसगढ़ के दुर्ग में सर्व ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। गुरुवार को समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में दुर्ग कलेक्टोरेट परिसर के सामने एकजुट हुए और अधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी व विरोध प्रदर्शन किया। समाज पदाधिकारियों ने मांग की कि आईएएस अधिकारी के बयान की निष्पक्ष जांच कर उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाए और आचरण उल्लंघन के लिए सख्त संगठनात्मक व प्रशासनिक कार्रवाई की जाए। विरोध प्रदर्शन के दौरान नेताओं ने इस मामले को महिलाओं का अपमान और जातीय वैमनस्य फैलाने वाला बयान बताया और इसे सिविल सेवा की गरिमा के खिलाफ करार दिया।

ASP अभिषेक झा को सौंपा ज्ञापन
गुरुवार को आंदोलन का नेतृत्व करते हुए दुर्ग संभागीय अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने SDM और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) अभिषेक झा को शासन के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग शामिल थी कि—अधिकारी को उनके बयान के लिए दुर्ग बुलाया जाए,उनके खिलाफ قानूनी केस दर्ज हो,और प्रदेश एवं समाज में व्याप्त आक्रोश को गंभीरता से लिया जाए।
₹1 लाख इनाम का ऐलान
विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरेंद्र शर्मा ने कड़ा बयान देते हुए घोषणा की कि—“यदि प्रशासन और शासन के स्तर पर कार्रवाई नहीं होती, तो ब्राह्मण समाज ने निर्णय लिया है कि जो भी व्यक्ति उस IAS अधिकारी को पकड़कर दुर्ग लाएगा, उसे ₹1 लाख का इनाम दिया जाएगा। साथ ही अधिकारी को शहर में लाकर गधे पर घुमाने का ऐलान भी किया गया है। समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों का कहना है कि यह घोषणा समाज की गहरी नाराजगी और असहिष्णु टिप्पणी के खिलाफ विरोध का प्रतीकात्मक अल्टीमेटम है

अजाक्स संघ के अध्यक्ष भी हैं संतोष वर्मा
आईएएस संतोष वर्मा मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति–जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ (AJAKS) के अध्यक्ष भी हैं। उनकी टिप्पणी के बाद से ही मध्यप्रदेश सहित देश के कई राज्यों में विरोध दर्ज कराया जा रहा है। इधर, मध्यप्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग ने अधिकारी पर سिविल सेवा आचरण नियमावली के उल्लंघन के आरोप में नोटिस जारी कर 7 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। वहीं, दुर्ग में ब्राह्मण समाज का कहना है कि केवल नोटिस पर्याप्त नहीं है, कार्रवाई जमीन पर दिखनी चाहिए।

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