दुर्ग। बी आई.टी. कॉलेज, दुर्ग के ऑडिटोरियम हॉल में छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई द्वारा वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मंगलवार को भव्य विश्वविद्यालय स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के तैलचित्र पर माल्यार्पण और विधिवत पूजा-अर्चना के साथ हुई। राजकीय गीत और स्वागत गीत की मनमोहक प्रस्तुति ने समूचे वातावरण को राष्ट्रप्रेम की भावना से भर दिया।
विभिन्न कॉलेजों से आए छात्र–छात्राओं ने देशभक्ति, कला और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाते हुए रंगारंग प्रस्तुतियों की अनुपम शृंखला पेश की। नृत्य, संगीत और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से विद्यार्थियों ने राष्ट्रभक्ति, सृजनशीलता और कला का प्रेरक प्रदर्शन किया। प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया,अपने संबोधन में विधायक ललित चंद्राकर ने कहा कि वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ केवल एक समारोह नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक चेतना, आत्मगौरव और राष्ट्रीय पुनर्जागरण का अद्वितीय क्षण है। उन्होंने कहा कि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की यह कालजयी रचना स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा बनी। स्वदेशी आंदोलन से लेकर भारत छोड़ो आंदोलन तक, इस उद्घोष ने देशभक्तों में त्याग और राष्ट्रधर्म की ज्वाला प्रज्वलित की।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश “विकसित भारत” की ओर तेजी से अग्रसर है, और वंदे मातरम् की यह भावना हमें ‘राष्ट्र प्रथम’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा 150वीं वर्षगांठ को जन-उत्सव के रूप में मनाना, इस राष्ट्रीय विरासत को जन-जन तक पहुंचाने का उल्लेखनीय प्रयास है।विधायक चंद्राकर ने उपस्थित सभी लोगों से आह्वान किया कि वे इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रनिर्माण और सेवा के संकल्प को दृढ़ करें, ताकि विकसित भारत के निर्माण में सबकी सक्रिय भूमिका सुनिश्चित हो सके। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र–छात्राएँ, शिक्षकगण तथा विभिन्न विभागों के गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे और अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।